ये दूरियाँ बढ़ती चली अब फांसले मिटते नहीं
यह सोच के इस ऒर से हर एक कदम छोटे पड़े
हम जोड़ लें हर बात को फिर से मिले जज़्बात यूँ
फिर से चलें सबके कदम मिलके हमेशा साथ यूँ
सबमे यही हममें सही कुछ बात ही अच्छी मगर
इस बात से क्या मोल है इस प्रश्न से क्या तॊल है
जो साथ में न मिल सके जो प्रश्न से न खिल सके
जो हर घड़ी बदला करे जो है जहाँ झगड़ा करे
अब है बचा न वक़्त ज्यों बहता है अब भी रक्त यूँ
बस देखने में ही हमेशा साथ यूँ चलना नहीं
जब है दिलों में सिलवटें तब साथ यूँ रहना नहीं
यह कुछ समय की बात है जैसे अँधेरी रात है
यह जान लें यह मान लें अच्छे मनुज पहचान लें
हर एक ख़ुशी इज़हार कर हर बात न तकरार कर
अब भी समय है विचार कर न तोल कर
न मोल कर बस दोस्तों से प्यार कर
यह सोच के इस ऒर से हर एक कदम छोटे पड़े
हम जोड़ लें हर बात को फिर से मिले जज़्बात यूँ
फिर से चलें सबके कदम मिलके हमेशा साथ यूँ
सबमे यही हममें सही कुछ बात ही अच्छी मगर
इस बात से क्या मोल है इस प्रश्न से क्या तॊल है
जो साथ में न मिल सके जो प्रश्न से न खिल सके
जो हर घड़ी बदला करे जो है जहाँ झगड़ा करे
अब है बचा न वक़्त ज्यों बहता है अब भी रक्त यूँ
बस देखने में ही हमेशा साथ यूँ चलना नहीं
जब है दिलों में सिलवटें तब साथ यूँ रहना नहीं
यह कुछ समय की बात है जैसे अँधेरी रात है
यह जान लें यह मान लें अच्छे मनुज पहचान लें
हर एक ख़ुशी इज़हार कर हर बात न तकरार कर
अब भी समय है विचार कर न तोल कर
न मोल कर बस दोस्तों से प्यार कर
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