" इश्क़ के दरिया में बह कर हम एक किनारा ढूंड लेंगे, तुम अगर जो साथ मेरे तुम जो हर पल पास मेरे "
Thursday 22 August 2013
इस प्यार के महकते गुलशन में
हम दो जिस्मों से एक जाँ हो जाएं
जी करता तेरे आंचल में
मुह पोंछ के फिर से फरा हो जाएँ
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