आँखो के समुन्द्र को आईना बना के
दिल के तूफान को ज़माने से बचा के
किस्मत की बाजी जो हमने थी हारी
जीता हुआ दिल भी गुमनाम कर दिया
उनकी वफ़ा का इनाम कुछ दिया
दिल के तूफान को ज़माने से बचा के
किस्मत की बाजी जो हमने थी हारी
जीता हुआ दिल भी गुमनाम कर दिया
उनकी वफ़ा का इनाम कुछ दिया
No comments:
Post a Comment