सीख
ये उम्र के तकाजे समझ की है दुनिया
जो गलती हुई तो सिखाने की दुनिया
लड़कपन तो छोड़ो जरा अब संभल जा
है अपना न आगे यहीं बस ठहर जा
जो गलती हुई तो सिखाने की दुनिया
लड़कपन तो छोड़ो जरा अब संभल जा
है अपना न आगे यहीं बस ठहर जा
नहीं कोई साथी तू ही सब सहेगा
है हिम्मत जो बन्दे तो मेहनत किये जा
लगा अब प्रयर्थक प्रयासों को अपने
अगर पुरे करने हो जीवन के सपने
अगर पूरे करने हो जीवन के सपने
तो राहों की मुश्किल से लड़ना पड़ेगा
अँधेरा घना है अभी मंजिलों पे
इर्रादों को आगे ना ढलना पड़ेगा
तू मंजिल में बिखरे इन काँटों से डर मत
यही तुझको पीछे फिसलने न देंगें
अगर राह इतनी कठिन भी न होगी
अगर राह इतनी कठिन भी न होगी
तो तनिक भी मज़ा जीत का आयेगा न
अगर तुझको जीवन की कलियाँ हैं चुनना
तो कांटों की शैय्या पे चलना पड़ेगा
नहीं कुछ भरोसा है पगडंडियों का
प्रलय शक्ति में भी तो अड़ना पड़ेगा
अभी भी संभल जा बहुत कुछ बचा है
समय मार से अब ना आगे बचेगा
तू संशय में न जी हटा दे हया को
नहीं बाद तेरा निशां न बचेगा
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