बिगडों को सवांरना आता है
डांट के साथ प्यार भी निभाना आता है
दोस्त तो दोस्त होते ही हैं
नाराज़ होने पे ही चाह होती है
नहीं तो कमीनों को
लड़कियों को छोड़
किसकी परवाह होती है
डांट के साथ प्यार भी निभाना आता है
दोस्त तो दोस्त होते ही हैं
नाराज़ होने पे ही चाह होती है
नहीं तो कमीनों को
लड़कियों को छोड़
किसकी परवाह होती है
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