Wednesday 21 August 2013

जय हनुमान

हे रामदूत
हे महाबली
हे ज्ञान वान
हे तेजवान

हे  बाल  ब्रम्हचारी निधान
अतुलित बल है जो तुम्हारी खान
कुछ दया करो कुछ कृपा करो
हे रामदूत ,हे महाबली
कुछ दया करो कुछ कृपा करो

हम बालक  हममे नादानी
हम बहते हैं  जैसे पानी
हम निष्ठा तुम पे करते हैं
पर करते थोड़ी मनमानी

तुम  दया करो तुम कृपा करो
कुछ ज्ञान बढे कुछ ध्यान बढे
हम आगे बढ़ते रहें सदा
सद्बुद्धि दो हमें विद्दया दो
इसी क्षण से यही प्रतिज्ञा दो

जीवन का कुछ उददेश बने
पाने की उसको ललक जगे
तेरा दरस करूँ तेरा ध्यान धरूँ
तुझ में निष्ठा विश्वास करूँ
कुछ दया करो कुछ कृपा करो

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