Tuesday 27 August 2013

हे प्रभु
अब तो आओं न
अब तुम देर लगाओ न
माताएं अब तड़प रहीं हैं
बहनों  को तडपाओ न
हे प्रभु अब तो आओ न

जनम की तेरी आस लगाये
अखियाँ सुनी हुई जा रहीं
कंस बने सब रक्षक जग में
चोली ,चुनरी चढ़ी जा रहीं
विपदा आन खाड़ी माथे पर
तुम ही दूर भगाओ न
हे प्रभु
अब तो आओ न

छोड़ के अपनी नगरी को
दिल की नगरी में समाओ न
भक्तों को दरस दिखा के प्रभु
गीता का सार सुनाओ न 
हे प्रभु अब तो आओ न

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