कभी तन्हाइयों को दिल के
दामन मे छुपा कर के
बहुत से जख्म हमने
आरजू के नाम कर डाला
वो आदत प्यार ना करने की
फिर भी ना बदल पाए
औ हमने हर पलक जलते हुए भी
प्यार कर डाला
दामन मे छुपा कर के
बहुत से जख्म हमने
आरजू के नाम कर डाला
वो आदत प्यार ना करने की
फिर भी ना बदल पाए
औ हमने हर पलक जलते हुए भी
प्यार कर डाला
No comments:
Post a Comment