" इश्क़ के दरिया में बह कर हम एक किनारा ढूंड लेंगे, तुम अगर जो साथ मेरे तुम जो हर पल पास मेरे "
Monday 12 August 2013
कभी तन्हाइयों के राज़ को
फ़ुर्सत से बाँटों तो हमे भी
बेरूख़ी का कुछ
तज़ुर्बा तो नया होगा
No comments:
Post a Comment
Newer Post
Older Post
Home
Subscribe to:
Post Comments (Atom)
No comments:
Post a Comment