" इश्क़ के दरिया में बह कर हम एक किनारा ढूंड लेंगे, तुम अगर जो साथ मेरे तुम जो हर पल पास मेरे "
Friday 16 August 2013
तेरे तेवर मनाने में
सुबह से शाम हो गई
जिसे मैं कल तलक
आँखों की गहराइयों में
समेटने में लगा रहा
आज पता चला वो
मास्टर जी के ही साथ
फरार हो गई
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