Wednesday 4 September 2013

ज्ञान की तराजू का मोल नहीं होता है
शिष्यों से गुरुजन का तोल नहीं होता है
यूँ तो द्रोणा की पाठशाला में धनुर्धर तो बहुत थे
पर हर कोई अर्जुन की तरह अनमोल नहीं होता है

गुरुवर का प्रेम ही महान किया अर्जुन को
रास्ते  के  कांटे से बहाल किया अर्जुन को।,
दानी तो बहुत  सुने  इतिहास ने बखाना है
पर हर कोई एकलव्य सा अनमोल नहीं होता है 

No comments:

Post a Comment