Monday 9 September 2013

गलतियाँ नहीं करना ये जिंदगी नहीं है
लेकिन गलतियों में रह जाना ये भी
जिंदगी नहीं है
तो आखिर ज़िन्दगी है क्या??

जिंदगी हँसने ,गाने ,खुशियाँ मनाने का त्यौहार है
गम है हरपल यहाँ पे क्यूंकि अपनों में तकरार है 

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