जुगुनू के प्रकाश से रौशन किया जग को
इतनी उर्जा ,इतनी शक्ति कहाँ से आयी
बिन गुरु कृपा नहीं यह संभव ,धन्य हैं गुरु
धन्य हैं परम्पराएं ,दिलों में जीवंत रहें
भावनाएँ बढ़ते रहें ,प्रकाश फैलाते रहें,
गुरु ज्ञान पाएँ हम हर पल
गुरु चरणों में अर्पण हर धन
इतनी उर्जा ,इतनी शक्ति कहाँ से आयी
बिन गुरु कृपा नहीं यह संभव ,धन्य हैं गुरु
धन्य हैं परम्पराएं ,दिलों में जीवंत रहें
भावनाएँ बढ़ते रहें ,प्रकाश फैलाते रहें,
गुरु ज्ञान पाएँ हम हर पल
गुरु चरणों में अर्पण हर धन
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