" इश्क़ के दरिया में बह कर हम एक किनारा ढूंड लेंगे, तुम अगर जो साथ मेरे तुम जो हर पल पास मेरे "
Monday 18 November 2013
ज़िंदगी की परेशानियों ने बेसहारा बना दिया
प्यार के जहाँ ने आवारा बना दिया
मुक्कमल नहीं था ठिकाना कहीं और
गर्दिशों ने गोद ले सितारा बना दिया
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