नए तरंगों को छूने को
अब तेरा आग़ाज़ हुआ है
स्वागत तेरा आज हुआ है
नए साल का नया शोर है
बीता कल जैसे कठोर है
समय मांग है फिर छा जाना
नए साल तुम ऐसे आना
कुछ उम्मीदें हैं अब तुमसे
उन सपनों में पंख लगाना
नए साल तुम ऐसे आना
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