हमारी याद में आओगे तो
अब दिल खोल के लिख दूँ
मगर ज़ज्बात हैं ऐसे
की अब रोया नहीं जाता।
मगर इंसाफ की बातें
बड़ी तक़लीफ़ देतीं हैं.
तुम्हारे नूर की आदत
ने हमको जो न छोड़ा था
अब दिल खोल के लिख दूँ
मगर ज़ज्बात हैं ऐसे
की अब रोया नहीं जाता।
मगर इंसाफ की बातें
बड़ी तक़लीफ़ देतीं हैं.
तुम्हारे नूर की आदत
ने हमको जो न छोड़ा था
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