तेरी दुनिया के आगे ,सब अँधेरा सा है
तेरी छाया के सिवा यहाँ
बिखरे बिखरे हालातों का पहरा सा है
माँ पा अब दिल के हर कोने से
बस तेरी ही आरज़ू करता हूँ
बस ज़िंदगी भर तू साथ रहे ,तो
न ही मैं दुनिया ,न ही दुनिया के
किसी भी हालातों से डरता हूँ
तेरी छाया के सिवा यहाँ
बिखरे बिखरे हालातों का पहरा सा है
माँ पा अब दिल के हर कोने से
बस तेरी ही आरज़ू करता हूँ
बस ज़िंदगी भर तू साथ रहे ,तो
न ही मैं दुनिया ,न ही दुनिया के
किसी भी हालातों से डरता हूँ
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